घर पर झंडा
घर पर झंडा
झंडे या ध्वजा
सकारात्मकता ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है।
इसीलिए पहले के जमाने में जब युद्ध में
या किसी अन्य कार्य में विजय प्राप्त
होती थी तो ध्वजा फहराई
जाती थी। वास्तु के अनुसार
भी झंडे को शुभता का प्रतीक
माना गया है। माना जाता है कि घर पर ध्वजा
ऊर्जा का नाश तो होता ही है साथ
ही घर को बुरी नजर
भी नहीं लगती है। लेकिन
घर के उत्तर-पश्चिम कोने में यदि ध्वजा लगाई
जाती है तो उसे वास्तु के दृष्टिकोण से बहुत अधिक
शुभ माना जाता है।
वायव्य कोण यानी उत्तर पश्चिम में
झंडा या ध्वजा
क्योंकि ऐसा माना जाता है कि उत्तर-पश्चिम कोण
यानी वायव्य कोण में राहु का निवास माना गया है।
ज्योतिष के अनुसार राहु को रोग, शोक व दोष का कारक
माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि यदि घर के इस
कोने में किसी भी तरह का वास्तुदोष
हो या ना भी हो तब
भी ध्वजा या झंडा
सदस्यों के रोग, शोक व दोष का नाश होता है और घर
की सुख व समृद्धि बढ़ती है।
भमावत
थूर, उदयपुर , मेवाड़
मो. 0917891529862
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